
विख्यात हास्य कवि प्रवीण शुक्ल द्वारा:
शुक्रवार तिथि पंद्रह, और दिसम्बर मास।
'सौरभ' को इस दिन मिले उसका 'अम्बर' खास॥
उसका 'अम्बर' खास, सुमन की खुशबू महके।
'अनामिका' के मन मे हरदम खुशियाँ चहके॥
इनके आँगन मे रहे, सदा खुशी आह्लाद।
शुभ-विवाह के पर्व पर, मेरा आशीर्वाद॥
-कवि प्रवीण शुक्ल
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